पालकी में होके सवार चली रे || Paalki Mein Hoke Sawar Chali Re Lyrics in Hindi/English ||
Summary : Paalki Me Hoke Sawar Chali Re Song Khalnayak Movie से हैं, इस फिल्म में Sanjay Dutt, Jackie Shroff, Madhuri Dixit, Ramya Krishnan, Neena Gupta, Rakhee, Anupam Kher मुख्य भूमिका मे थे। इस गाने को गाया है Alka Yagnik, Music दिया है Laxmikant Pyarelal और गाने के बोल लिखे हैं Anand Bakshi ने।
पालकी में होकेसवार चली रे लिरिक्स Palki Mein Hoke Sawar Chali Re Lyrics from Khal Nayak. Sung by Alka Yagnik. Laxmikant Pyarelal has composed the music and lyrics penned by Anand Bakshi. Song is picturi
sed on Madhuri Dixit.
Song Credits:
Song Title/गाना: पालखी मैं होके सवार चली रे Palkhi Mein Hoke Sawaar Chali Re
Movie/चित्रपट: खल नायक Khal Nayak (Y1993)
Singer/गायक: अलका याग्निक Alka Yagnik
Music Director/संगीतकार: लक्समिकांत प्यारेलाल Laxmikant-Pyarelal
Lyrics Writer/गीतकार: आनंद बक्षी Anand Bakshi
Star casts/अभिनीत किरदार: Sanjay Dutt, Jackie Shroff, Madhuri Dixit, Anupam Kher, Raakhee Gulzar, Ramya Krishna, Neena Gupta
Music Label: Tips Official
Paalki Me Hoke Sawar Chali Re Song Lyrics Hindi
कोई रोक सके तो रोक ले
मैं नाचती छन छन छन-छन-छन
पालकी में होके सवार चली रे
मैं तो अपने साजन के द्वार चली रे
पालकी में होके सवार चली रे
मैं तो अपने साजन के द्वार चली रे
कोई रोक सके तो रोक ले
मैं नाचती छन छन छन-छन-छन
पालकी में होके सवार चली रे
मैं तो अपने साजन के द्वार चली रे
पालकी में होके सवार चली रे
मुश्किल से मैंने ये दिन निकाले
मुश्किल से मैंने ये दिन निकाले
चल तेज चल तू वो गाड़ी वाले
मन में लगी है ऐसी लगन
ऐसी लगन हाय ऐसी लगन
होके मैं बड़ी बेकरार चली रे
होके मैं बड़ी बेकरार चली रे
मैं तो अपने साजन के द्वार चली रे
पालकी में होके सवार चली रे
मैं तो अपने साजन के द्वार चली रे
हो जाउंगी मैं जल-जल के मिट्टी
मैंने पिया को लिख दी है चिट्ठी
मैंने पिया को लिख दी है चिट्ठी
तू ना आ तू ना आ
मैं आ रही हूँ सजन सजन सजन
कर कर के मैं इंतजार चली रे
कर कर के मैं इंतजार चली रे
मैं तो अपने साजन के द्वार चली रे
पालकी में होके सवार चली रे
मैं तो अपने साजन के द्वार चली रे..
ये सोना ये चाँदी ये हीरे ये मोती
हो सैय्या बिना, सैय्या बिना
सब कुछ है नाम का नाम का
नाम का नाम का नाम का
ये मेरा जोबन जोबन जोबन
ये मेरा जोबन किस काम का
किस काम का
घूंघट में जले कब तक
बिरहन बिरहन बिरहन बिरहन
मैं सर से चुनरी उतार चली रे
मैं सर से चुनरी उतार चली रे
मैं तो अपने साजन के द्वार चली रे
कोई रोक सके तो रोक ले
मैं नाचती छन छन छन-छन-छन
पालकी में होके सवार चली रे
मैं तो अपने साजन के द्वार चली रे
पालकी में होके सवार चली रे
मैं तो अपने साजन के द्वार चली रे
मैं तो अपने साजन के द्वार चली रे..